प्रदेश महासमिति अधिवेशन   दिनांक : २२-२३ जून २०२४,   स्थान: एन.एच. ११ बी, पुलिस चौकी के पीछे बाड़ी-धोलपुर रोड़  बिजोली धोलपुर।

महामंत्री प्रतिवेदन

राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के प्रदेश महासमिति अधिवेशन में आज हमें सम्बलन देने पधारे मुख्य अतिथि माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा, मुख्य वक्ता माननीय श्री निम्बाराम जी क्षेत्र प्रचारक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ राजस्थान, अध्यक्षता कर रहे माननीय श्री मदन जी दिलावर शिक्षा मंत्री राजस्थान सरकार, हम सबके मार्गदर्षन हेतु उपस्थित अति विषिष्ट अतिथि माननीय महेन्द्र कपूर जी राष्ट्रीय संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, माननीय घनष्याम जी संगठन मंत्री अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान क्षेत्र, संगठन के संरक्षक गण आदरणीय सर्वश्री राजनारायण शर्मा, उमराव लाल वर्मा, रामावतार शर्मा एवं प्रहलाद शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष श्री रमेष चन्द पुष्करणा, सभाध्यक्ष श्री अशोक कुमार शर्मा, प्रदेश कार्यकारिणी के माननीय सदस्यगण, अधिवेशन के संयोजक श्री देवेष प्रसाद शर्मा ,सहसंयोजक एवं जिलाध्यक्ष धोलपुर श्री मोहन सिंह सिकरवार, सहसंयोजक व जिला मंत्री धोलपुर श्री पुरूषोत्तम शर्मा, तथा धोलपुर जिले के समस्त कार्यकर्ता बन्धुओं-भगिनियों के साथ समस्त राजस्थान के कोने-कोने से पधारे हुए संगठन के निष्ठावान, समर्पित महासमिति सदस्य, पधारे हुए सम्मानीय अतिथि गण एवं मीडिया से पधारे हुए पत्रकार बन्धुओं।

मचकुण्ड धाम की इस पुण्यधरा व चम्बल के किनारें बसी धोलपुर की इस धरती पर आयोजित प्रदेश महासमिति अधिवेशन के इस गरिमामय अवसर पर राजस्थान के कोने-कोने से पधारे समस्त षिक्षक कार्यकर्ता बन्धु-भगिनी वृन्द का हृदय के अन्तःस्थल से बहुत-बहुत स्वागत, अभिनन्दन, वन्दन एवं करबद्ध प्रणाम। आप सभी के आषीर्वाद एवं सहयोग से प्रदेश शैक्षिक सम्मेलन जोधपुर के पश्चात की संगठनात्मक गतिविधियों व सतत् प्रयासों का प्रतिवेदन प्रदेश महासमिति अधिवेशन में आपके समक्ष निवेदित हैं।

संगठन की सुदृढ़ता एवं व्यापकता का मूल सदस्यता है। आपके सम्मुख निवेदन है कि सभी के परिश्रम से संगठन ने इस वर्ष नवीन कीर्तिमान बनाया है और हमेषा की तरह हम राज्य के सर्वाधिक सदस्यता वाले संगठन के नाते अग्रिम पंक्ति में षिक्षकों का प्रतिनिधित्व करेगें। इस वर्ष संगठन ने सदस्यता हेतु विषेष कार्ययोजना बनाकर संकुल स्तर पर टोली का गठन कर सदस्यता का अभियान चलाया ओर निर्धारित लक्ष्य व संकल्प को पूरा करते हुए प्रथम चरण दिनांक 10 मई 2024 से 15 मई 2024 तक मात्र छः दिन में लगभग 1.5 लाख की सदस्यता कर ली है। जो गत वर्ष की सदस्यता के बराबर है। संगठन के निष्ठावान, समर्पित ओर कर्मषील कार्यकर्ताओे के बल पर द्वितीय चरण में संगठन 2.5 लाख के लक्ष्य को पूरा करेगा जो अब तक की संगठन की सर्वाधिक सदस्यता होगी। सदस्यता अभियान में अपार योगदान तथा सहयोग के लिए संगठन की ओर से आप सभी का साधुवाद व हार्दिक अभिनन्दन करते हुए आभार ज्ञापित करता हूँ।

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी की बैठक दिनांक 15 जून 2024 से 17 जून 2024 तक अयोध्या में आयोजित हुई जिसमें प्रदेश अध्यक्ष, संगठन मन्त्री, सह संगठन मन्त्री, महामंत्री, महिला प्रमुख एवं अतिरिक्त महामंत्री ने भाग लिया और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी संगठनात्मक उपस्थिति को प्रभावी तौर पर दर्ज कराते हुए केन्द्र से सम्बन्धित शिक्षकों के मुद्दे से अवगत कराया।

बन्धुओं, देशभर के 12 लाख से अधिक शिक्षकों का यह केन्द्रीय संगठन, शिक्षा, शिक्षक और शिक्षार्थी के हितों के लिए हमेषा तत्पर रहता है। हमारा दायित्व है कि हम इसके दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सहयोग प्रदान करें। हमें विश्वास है कि यह राज्य के शिक्षकों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे. पी. सिंहल की अध्यक्षता एवं संगठन मंत्री श्री महेंद्र कपूर जी एवं महामंत्री श्री शिवानन्द सिंदनकेरा के कुशल संयोजन में सम्पन्न हो रहे कार्यक्रमों हेतु हम आपका आभार एवं अभिनन्दन करते हैं।

मैं माननीय अतिथियों के समक्ष उल्लेखित करना चाहूॅगा कि राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) अन्य संगठनों की तरह केवल अपनी मांगों की ही बात नहीं करता अपितू शिक्षा, शिक्षार्थी ,समाज और राष्ट्र हित का चिन्तन सर्वोपरि रखता है। यह भाव हमें हमारे वैचारिक संगठन के द्वारा हमेषा इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। संगठन द्वारा राज्य भर में नवसंवत्सर का कार्यक्रम उत्सव के रूप में 340 स्थानों पर मनाया गया। वर्तमान समय में सामाजिक समरसता का भाव सभी लोगों में समाहित हो इसे लेकर संगठन द्वारा 14 अप्रेल को सामाजिक समरसता दिवस का आयोजन 326 स्थानों पर आयोजित किया गया जिसमें शिक्षाविद् , समाजों के प्रमुख, संतों का सानिध्य प्राप्त रहा इन कार्यक्रमों में लगभग 16375 षिक्षक व गणमान्य उपस्थित रहे। हमारा राष्ट्र सषक्त व समृद्ध बने यह दायित्व शिक्षक होने के नाते आवश्यक है इस हेतु संगठन द्वारा जनमत परिष्कार का कार्य अपने हाथ में लेते हुए 27522 बैठके कर जनमानस को गौरवषाली राष्ट्र के साथ वैश्विक मंच पर मजबुती के साथ खड़ा हो, समझाने का प्रयास किया गया परिणाम स्वरूप हाल ही में लोकतांत्रिक चुनाव पद्धति के द्वारा नई सरकार का गठन हुआ है।

आज इस महासमिति अधिवेशन में राजस्थान की राष्ट्र सर्वोपरि व जन कल्याण की भावना को साकार करने वाली नई सरकार के मुखिया की उपस्थिति में हम सब यहॉ बड़ी आषा व उम्मीद के साथ उपस्थित है। हमारा सरकार से आग्रह है कि शिक्षा, शिक्षक एवं शिक्षार्थी के हितों को सर्वोपरि मानते हुए गत सरकार द्वारा शिक्षण व्यवस्था को चौपट करने के जो भी निर्णय लिए गये थे उन पर तत्काल पुर्नविचार कर निरस्त किया जाये। शिक्षा सेवा नियमों में अनुचित एवं गलत तरीके से किए गये परिवर्तनों में आवष्यक सुधार कर इनके कारण लम्बित पदौन्नतियाँ एवं भर्तियाँ आदि शीघ्र पूर्ण की जाये। हमारा यह भी आग्रह है कि कृपया शिक्षक को शिक्षक ही रहने दें। गैर शैक्षणिक-गैर विभागीय कार्यो तथा ऑन लाइन कार्यों आदि के रिपोर्टिंग कार्यो में शिक्षकों को लगाकर जाने-अनजाने में भावी पीढ़ी को संस्कार देने के कार्य में व्यवधान उत्पन्न किया जाता रहा हैं।यह शासन पर निर्भर करता है कि वह सद् नागरिक तैयार करने में शिक्षक को कितना सहयोग करते हैं। हमारे शिक्षा मंत्री महोदय ने सहृदयता दिखाते हुए संगठन के साथ चार बार महत्वपूर्ण बातचीत की है और हमारे मांगपत्र के बिन्दुओ को गंभीरता से लेते हुए उन्हे यथासमय हल करने का प्रयास भी प्रारम्भ किया है निश्चित तौर पर शीघ्र ही हमारे शिक्षा, शिक्षक और शिक्षार्थी हित में उचित सुझावों पर निर्णय लेगें। शिक्षकों द्वारा शिक्षा को शिक्षार्थी तक बिना किसी व्यवधान के दी जा सके इस हेतु माननीय शिक्षामंत्री जी का हमे पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। ऐसी हम सब को आशा व अपेक्षा है। हमारे सुझावों को सम्मिलित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का जल्द सफल क्रियान्वयन होगा। हमारी अपेक्षा इसके सफल क्रियान्वयन की है।

यह कटु यथार्थ है कि गत सरकार द्वारा हमारे विचार परिवार के शिक्षकों को प्रमुखता से निशाना बनाकर बुरी तरह से प्रताड़ित किया गया है। यह प्रक्रिया गत सरकार के गठन के समय से ही चल रही थी। इस मंच के माध्यम से संगठन की ओर से मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूँ कि ऐसे दमनात्मक कार्यों को संगठन के कार्यकर्ता, विचार को सर्वोपरि एवं प्रमुख मानकर सहन करते आ रहे है। संगठन द्वारा सरकार, शासन व माननीय राज्यपाल को भी कार्यकर्ताओं की इस प्रताड़ना से अवगत कराया था। परन्तु पूर्वाग्रह से ग्रसित गत सरकार अन्धी-बहरी बनी रही। मंच पर विराजमान अतिथियों से यह विशेष निवेदन करना चाहता हूँ कि गत सरकार की प्रताड़ना का संगठन के समस्त कार्यकर्ताओं ने पूरे समय मजबूती से सामना कर समय आने पर संकीर्ण मानसिकता वाली सरकार को उसका यथेष्ठ स्थान प्रदान करने हेतु पूरे प्रदेश में अपनी उर्जा का उपयोग किया है। आज संगठन का प्रत्येक कार्यकर्ता नवगठित सरकार से आषान्वित है। नई सरकार के माननीय मुखिया जी और शिक्षामंत्री जी सहज, सरल एवं हमारे भावों को समझने वाले विचार से प्रेरित है। हम सब संगठन के आशावादी कार्यकर्ता हैं। अब चन्द्रोदय हो गया है। वे अपने शीतल स्निग्ध प्रकाश में सबको साथ लेकर प्रदेश में आच्छादित काली और लम्बी रात्रि का अन्त करते हुए सुराज की स्थापना सुनिश्चित करेंगे, ऐसी हमारी शुभेच्छा है।

बंधुओ ! ’’संघे शक्ति कलियुगे’’ मंत्र को साधते हुए हमें संगठनात्मक एकता और सुदृढता को बनाए रखना है। आज हमारे चतुर्दिक सामाजिक, सांस्कृतिक, वैचारिक और राजनीतिक समस्त क्षेत्रों में चुनौतियाँ अपने रौद्र रूप में खड़ी हैं। हमें संकल्पबद्ध होकर सम्मुख उपस्थित चुनौतियों का सामना करते हुए इनका समाधान करने की दिशा में आगे बढ़ कर परम वैभव के लक्ष्य की प्राप्ति की ओर कदम बढ़ाना है। साथ ही हमें अब संयम बरकरार रखते हुए अपने व्यवहार में विश्वसनीयता और प्रामाणिकता शिक्षकों के मध्य स्थापित करनी है। संगठन विस्तार एवं गुणवत्ता का अपना निर्धारित लक्ष्य इन्हीं के बूते संभव है लेकिन इस प्रक्रिया में हमेशा राष्ट्रहित सर्वाेपरि होना चाहिए। हमें अपने दायित्व की गुरुता के अनुरूप अपना आचरण भी शुचिता पूर्ण रखना है।

मैं प्रदेश महासमिति अधिवेशन के संयोजक श्री देवेश प्रसाद शर्मा, सह संयोजक श्री मोहन सिंह सिकरवार, श्री पुरूषोत्तम शर्मा, भरतपुर संभाग के उपाध्यक्ष श्री दीनदयाल शर्मा के साथ ही संगठन के समस्त समर्पित एवं निष्ठावान कार्यकर्ताओं का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ , जिन्होंने इस भव्य एवं विशाल आयोजन को ऐतिहासिक रूप से सफलता प्रदान कर सम्मेलन को चिर स्मरणीय बनाया है। धोलपुर की इस पुण्य धरा में समुपस्थित महासमिति सदस्यों के इस आयोजन के अवसर पर हमें यह परिसर उपलब्ध कराने वाले समस्त महानुभाव, व्यवस्थाओं में प्रत्यक्ष एवं परोक्ष सहयोग प्रदान करने वाले क्षेत्र के समस्त कर्मठ एवं गणमान्य महानुभावों के प्रति आभार ज्ञापित करता हूँ। साथ ही इस अवसर पर संगठन के संरक्षक मंडल के माननीय सदस्य गण, ए.बी.आर.एस.एम. राजस्थान क्षेत्र के संगठन मंत्री श्री घनश्याम जी, प्रदेशाध्यक्ष श्री रमेश चन्द पुष्करणा, सभाध्यक्ष श्री अशोक कुमार शर्मा एवं समस्त स्थाई समिति एवं प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्यों का भी हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूँ। जिन्होंने समय-समय पर मेरा मार्गदर्शन किया। महामंत्री कार्यालय में मेरा सहयोग करने वाले अतिरिक्त महामंत्री श्री रवि आचार्य, प्रदेश मंत्री श्री अरुण कुमार व्यास, महिला मंत्री श्रीमती जयमाला पानेरी, संयुक्त मंत्री श्री शिव शंकर शर्मा एवं कार्यालय प्रमुख श्री श्रीनिवास शर्मा एवं श्री रतन लाल माली का भी धन्यवाद ज्ञापित करता हूँ। एक बार पुनः सम्पूर्ण प्रदेश से पधारे हुए समस्त प्रदेश महासमिति सदस्य बन्धु-भगीनी, संगठन के निष्ठावान पदाधिकारियों, माननीय अतिथि महानुभावों, पत्रकार बंधुओं सहित धोलपुर के समस्त गणमान्य नागरिक महानुभावों का हार्दिक अभिनन्दन एवं आभार व्यक्त करता हूँ।

जय भारत-जय संगठन।
महेन्द्र कुमार लखारा
धोलपुर
महामन्त्री