शिक्षक पंच प्रण (नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन और स्वदेशी) को अपनाकर शिक्षक समाज को नई दिशा दे : पुष्करणा
गंगानगर, 16 सितंबर, 2024, राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) द्वारा आयोजित जयदेव पाठक जन्म शताब्दी वर्ष प्रबुद्धजन विचार संगोष्ठी का आयोजन गंगानगर ट्रेडर्स एसोसिएशन भवन, नई धान मंडी में हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रमेश चंद्र पुष्करणा, मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग सामाजिक सद्भाव कार्य प्रमुख रामप्रताप पेंसिया, विशिष्ट अतिथि भाजपा के जिलाध्यक्ष शरण पाल सिंह थे। अध्यक्षता संगठन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र खिलेरी ने की।
जिला मंत्री सुनील भारद्वाज ने बताया कि मुख्य वक्ता रामप्रताप पैंसिया ने जयदेव जी पाठक के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि उनका जीवन एक आदर्श शिक्षक और तपस्वी व्यक्तित्व का समावेश था। जिन्होंने जीवनपर्यंत संसाधनों की मितव्यता और श्रेष्ठ आचरण के माध्यम से शिक्षकों के समक्ष एक उच्चतम आदर्श स्थापित किया।
मुख्य अतिथि प्रदेशाध्यक्ष रमेशचंद्र पुष्करणा ने शिक्षकों से नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन और स्वदेशी के पंच प्रण को अपने जीवन में अपनाकर सामाजिक परिवर्तन हेतु अपने गुरुत्तर दायित्व निर्वहन का आह्वान किया। उन्होंने आजादी के अमृत काल में शिक्षक को सकारात्मक भूमिका निभाते हुए 2047 तक भारत को विकसित बनाने के लक्ष्य हेतु अपने कर्तव्य के साथ- साथ देश को भी आगे बढ़ाने हेतु प्रयास करने का आह्वान किया। उन्होंने संगठन द्वारा शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान हेतु मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से वार्ता के बिंदुओं यथा विभिन्न संवर्गों की डीपीसी, कंप्यूटर अनुदेशकों की मांगों, संविदा शिक्षकों की मांगों सहित अन्य बिंदुओं पर किए जा रहे हैं प्रयासों से अवगत करवाया ।
भाजपा जिला अध्यक्ष शरणपाल सिंह ने कहा की आज कुछ विदेशी शक्तियां और देश के भीतर मौजूद विघटनकारी शक्तियां देश में नकारात्मक विमर्श फैलाकर देश को बांटने का प्रयास कर रही है। इसलिए हम सभी सचेत होकर देश को आगे बढ़ाने हेतु देश में हो रहे तीव्र विकास में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएं।
चिकित्सा एवं नशा मुक्ति के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने वाले मनोचिकित्सक रूप सिडाना ने गुरु शब्द के महत्व को इंगित करते हुए विद्यार्थियों द्वारा गुरुजी शब्द का उच्चारण व्यवहार में लाने हेतु सुझाव दिया। उन्होंने शिक्षकों से नशे के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने की बात कही। इस अवसर पर शिक्षक संघ राष्ट्रीय के नशा मुक्ति अभियान के तहत एक पोस्टर का विमोचन किया गया। जिसमें सहयोग के लिए डॉक्टर रूप सिराना का अभिनंदन किया गया।
संगठन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र खिलेरी ने संगठन के संस्थापक जयदेव जी पाठक के व्यक्तित्व के प्रसंगो को अनुकरणीय बताते हुए उनके द्वारा स्थापित सद्गुणों को अपने जीवन और आचरण में अपनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम परिचय और अतिथि परिचय पूर्णकालीक सदस्य अविनाश कुमार शर्मा ने रखा। जिला संरक्षक कालूराम जोशी ने काव्य पाठ और मंच संचालन सुमन लता बिश्नोई ने किया। करणपुर शाखा अध्यक्ष जसवंत सिंह और मंत्री अशोक संघी द्वारा प्रदेशाध्यक्ष का सरोपा और तलवार भेंट कर अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघचालक अमरचंद बोर्ड जिला सहसंचालक राजेंद्र सिंघल, अतिरिक्त जिला मंत्री दीपक अग्रवाल, अविनाश कुमार शर्मा, कालूराम जोशी, संभाग संगठन मंत्री महिला नीरू बिश्नोई महिला संयुक्त मंत्री रेखा नारंग, जिला महिला मंत्री निर्मला गुंबर, जिला महिला संगठन मंत्री ज्योत्सना चौधरी, राकेश बंसल, इंद्राज गोदारा, अश्विनी शर्मा, अमरजीत लहर, मुकेश मल्होत्रा, उपशाखा अध्यक्ष इंद्रसेन लिंबा, सुधीर सियाग, विजेश बिश्नोई, रामस्वरूप शर्मा, उपशाखा मंत्री पवन जरीवाल भूपेंद्र चुघ,विनोद दुआ सहित बड़ी संख्या में अधिकारीगण और शिक्षक उपस्थित रहे।